पोस्ट कोविड सिंड्रोम क्या है? post covid syndrome के सामान्य लक्षण: कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद थकान , खांसी , कमजोरी , भूख न लगना , मांसपेशियों में दर्द आदि की समस्या हो विर सकती है , लेकिन घबराएं नहीं इसकी वजह द पोस्ट कोविड सिंड्रोम है ...
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पोस्ट कोविड सिंड्रोम क्या है? post covid syndrome के सामान्य लक्षण |
आज संपूर्ण विश्व कोरोना संक्रमण के वि प्रकोप से ग्रसित है । यह एक वायरल संक्रमण है । 80-90 फीसद रोगी आसानी से घर पर ही साधारण उपचार सें ठीक हो जाते हैं । 10-20 फीसद लोगों में ही यह गंभीर रूप धारण कर लेता है , जिन्हें अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराना पड़ता है ।
पोस्ट कोविड सिंड्रोम क्या है?post covid syndrome
इसमें भी अधिकतर लोग स्वस्थ होकर घर लौटते हैं । केवल कुछ फीसद लोग ही मृत्यु का शिकार बनते हैं । कोरोना संक्रमण का सर्वाधिक प्रभाव श्वसन तंत्र पर पड़ता है ।
फिर भी शरीर के लगभग सभी अंग किसी न किसी प्रकार से प्रभावित हो जाते हैं । इस संक्रमण से ठीक होने एवं रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी कुछ लक्षण बने रहते हैं , इसे पोस्ट कोविड सिंड्रोम कहते हैं ।
ये लक्षण चार से छह सप्ताह तक रह सकते हैं । इनमें से कुछ लक्षण साधारण होते हैं , जबकि कुछ लक्षण गंभीर रूप ले सकते हैं । खासकर ऐसे रोगी जिन्हें पहले से डायबिटीज , उच्च रक्तचाप , हृदय रोग , सीओपीडी , मोटापा आदि की समस्या होती है ।
पोस्ट कोविड -19 के सामान्य लक्षण
कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने के बाद थकावट एवं मांसपेशियों में कमजोरी बनी रहती है , जिसके कारण कार्य करने की क्षमता कम हो जाती है और वजन में भी गिरावट आती है । ऐसा अधिकतर उन लोगों में होता है जिन्हें लंबे समय तक तेज बुखार रहा हो और खानपान में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा न हो ।
हालांकि यह समय के साथ ठीक हो जाता है । हल्के व्यायाम व उचित खानपान ही इसका उपचार है । लगातार सूखी खांसी का बना रहना . भी इसी सिंड्रोम का लक्षण है । रोगी को खांसी के दौरे जैसे पड़ते हैं , जो अपने से ही ठीक होते हैं ।
इसका मुख्य कारण लंग फाइब्रोसिसवसांस की नली के ऊपरी भाग में सूजन होना है । इसके इलाज में भाप लेना , गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करना प्रभावकारी है । बीच - बीच में अनियमित बुखार आना भी कुछ रोगियों में देखा गया है , जो कि दो से चार सप्ताह तक रह सकता है ।
अगर तीव्र बुखार हो तो चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए कि बुखार का कोई अन्य कारण तो नहीं है अन्यथा यह बुखार की दवा से और
थोड़े समय पश्चात ठीक हो जाता है । अन्य सामान्य लक्षण जैसे जोड़ों में दर्द , भूख न लगना , सिरदर्द , गले में खराश , सीने में दर्द , अवसाद आदि हैं । अगर चिकित्सक इन्हें पोस्ट कोविड सिंड्रोम की वजह से होना बताएं तो चिंता करने की आवश्यकता नहीं है ।
इस अवस्था में भी थोड़े व्यायाम , खानपान और मनोबल ऊंचा रखने की आवश्यकता होती है ।
चिकित्सक से संपर्क :
यदि रोग से स्वस्थ होने के बाद दोबारा सांसकी तीव्रता बढ़ने लगे तो चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए , क्योंकि यह लंग फाइब्रोसिसया हार्ट फेल्योर का लक्षण हो सकता है । यदि साथ में आक्सीजन का लेवल भी कम होने लगे तो यह और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है ।
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पोस्ट कोविड सिंड्रोम क्या है? post covid syndrome के सामान्य लक्षण |
कोरोना संक्रमण में खून का थक्का बनने की प्रवृत्ति ज्यादा होती है । इसलिए पैरों में सूजन , शरीर के किसी अंग में कमजोरी और चलने में सीने में दर्द जैसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें ।
इस बीमारी में स्टेरायड का इस्तेमाल एकजीवनरक्षक दवा की तरह किया जाता है , लेकिन इसका अनुचित प्रयोग शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है । यह उन मरीजों में और महत्वपूर्ण हो जाता है जो पहले से डायबिटीज या किसी पुराने रोग से ग्रसित हों ।
इन्हीं कारणों से पोस्ट कोविड में फेफड़े के संक्रमण , फंगल इंफेक्शन ( ब्लैक फंगस , व्हाइट फंगस , यलो फंगस ) होने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है । कभी भी पोस्ट कोविड के दौर में नाक या मुंह से रक्तस्राव , आंख में सूजन , आंख की रोशनी में कमी या शरीर के किसी भी भाग में काले चकत्ते दिखाई देतो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए ।
पोस्ट कोविड सिंड्रोम के अधिकतर लक्षण स्वतः समाप्त हो जाते हैं । इसलिए घबराने और चिंता करने की आवश्यकता नहीं है । हालांकि अपनी सेहत के प्रति सचेत रहना जरूरी है ताकि कोई समस्या होने पर समय रहते उपचार हो सके और आप अन्य बीमारियों से भी सुरक्षित रह सकें । -