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अमेरिका की वेनिसा ने वेडिंग ड्रेस पहन 12 दिन में पूरी की 285 मील की चैरिटी रेस

अमेरिका की वेनिसा ने वेडिंग ड्रेस पहन 12 दिन में पूरी की 285 मील की चैरिटी रेस ,नासिस्टिक अब्यूज की शिकार महिलाओं के लिए रकम जुटाना था मकसद , क्लिनिकल

अमेरिका की वेनिसा ने वेडिंग ड्रेस पहन 12 दिन में पूरी की 285 मील की चैरिटी रेस, नासिस्टिक अब्यूज की शिकार महिलाओं के लिए रकम जुटाना था मकसद, क्लिनिकल थेरेपिस्ट वेनिसा रह चुकी हैं इस घरेलू हिंसा की शिकार।


अमेरिका की वेनिसा ने वेडिंग ड्रेस पहन 12 दिन में पूरी की 285 मील की चैरिटी रेस


वेडिंग ड्रेस में इसलिए रेस लगाई क्योंकि सफेद रंग अब लोगों का ध्यान मुद्दों की ओर ला रहा है'।


न्यूयॉर्क की वेनिसा रीजर ने पिछले दिनों ओसविगो से न्यूयॉर्क तक का 285 मील का सफर वेडिंग ड्रेस पहनकर रेस लगाते हुए पूरा किया। मकसद था, नासिस्टिक अब्यूज की शिकार महिलाओं की चैरिटी के लिए रकम जुटाना । 


नार्सिस्टिक अब्यूज यानी एक ऐसा डिसऑर्डर जिसका शिकार व्यक्ति सिर्फ अपनी तारीफ करता है और दूसरों के प्रति सहानुभूति नहीं रखता। यह घरेलू हिंसा का ही एक रूप है जिसमें भावनात्मक, शारीरिक और वित्तीय दुर्व्यवहार शामिल होते हैं । 


पेशे से क्लिनिकल थेरेपिस्ट वेनिसा खुद इस हिंसा की शिकार रह चुकी हैं। उन्होंने अपने जैसी अन्य महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए 12 दिन में यह रेस पूरी की । वह कहती हैं, नासिस्टिक लोग शादी या सगाई को. अपनी पार्टनर को कंट्रोल करने या उस पर रौब जमाने के लिए इस्तेमाल करते हैं । 


वे आपको उलझाते हैं और यही उनका व्यक्तित्व होता है । ऐसे लोग पहले आपको दर्द देते हैं और बाद में दवा देते हैं ।


47 साल की वेनिसा ने बताया, मैंने व्हाइट वेडिंग ड्रेस पहनकर रेस इसलिए लगाई क्योंकि सफेद रंग को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। हम उम्मीद करते हैं कि इसे पहनकर एक खुशहाल रिश्ता कायम होगा लेकिन पिछले कुछ सालों से चीजें बदल रही हैं और महिलाएं सफेद रंग को कई तरह के मुद्दों की ओर लोगों का ध्यान दिलाने के लिए इस्तेमाल कर रही हैं । 


वैसे भी कोई महिला शादी के जोड़े में रेस लगाती हो तो अपने आप ही लोगों का ध्यान उस ओर चला जाता है । मेरी सगाई भी ऐसे ही एक व्यक्ति से हुई थी जो सिर्फ अपने ख्यालों में रहता और हर वक्त मेरा अपमान करता । 


सगाई के कुछ वक्त बाद मुझे एहसास हुआ कि वह तो मेरी इच्छाओं का सम्मान नहीं करता । उसने मेरे पिता को लूजर तक कह दिया । एक बार हम घूमने के बाहर गए


तो आधे रास्ते में ही झगड़े के बाद मुझे गाड़ी से उतार दिया । यही नहीं, एक बार तो डोमेस्टिक वायलेंस सेंटर जाकर मेरे ही खिलाफ शिकायत कर दी कि मैं उसे तंग करती हूं । उस रिश्ते में बहुत दर्द और तकलीफें थीं । 


तीन महीने तक मैं अपनी मां के साथ रही और समझ लिया कि उस इनसान के साथ ताउम्र जिया नहीं जा सकता। बस मैंने तभी रिश्ता खत्म कर लिया और टेल ए थेरेपिस्ट नामक नॉन प्रॉफिट आर्गेनाइजेशन शुरू किया। वेनिसा का यह ऑर्गनाइजेशन यह ऐसे दुर्व्यवहार की शिकार महिलाओं की मदद करता है। 


उन्होंने कहा, महामारी में घरेलू हिंसा के मामले काफी बढ़ गए हैं और इनके बारे में बात करनी ही होगी । रेस के लिए मैंने वह वेडिंग ड्रेस चुनी जिसे पहनकर अपने एक्स से शादी करनी थी । 


दिन में 23 मील तक दौड़ लगाई और न्यूयॉर्क की नौ काउंटीज ओसविगो, ऑरेंज, मेडिसन, ओनोदागा, रॉकलैंड, सुलिवेन, ओस्टिजो, डेलावेयर और मैनहेटन से डोनेशन इकट्ठा की। हालांकि, वेनिसा ने यह तो नहीं बताया कि उन्हें डोनेशन में कितनी रकम मिली लेकिन यह रकम इन काउंटीज के डोमेस्टिक अब्यूज सेंटर्स को दी जाएगी ।