आज देश 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है,आज के ही दिन 26 जनवरी 1930 को काँग्रेस अधिवेशन मैं पूर्ण स्वराज का नारा दिया गया था और 26 जनवरी 1949 को भारतीय संविधान सभा ने भारत के संविधान को स्वीकार किया था। संविधान लिखने मैं 2 साल 11 माह और 18 दिन का समय लगा था।
तथा 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान पुरे देश मैं लागु किया गया था, इसलिए हर साल 26 जनवरी को पुरे देश मैं गणतंत्र दिवस को एक त्यौहार के रूप मैं मनाया जाता है। इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश दिवश भी घोषित किया गया है। भारत का संविधान दुनिया का सबसे लिखित संविधान है , इसे एक दिन मैं पढ़ना भी संभव नहीं है। 26 जनवरी 1950 को सुबह 10 बजके 18 मिनट पर देश का संविधान लागु किया गया।
इस साल गणतंत्र दिवस पर क्या है खास?-
- पहली बार राम मंदिर की झांकी दिखी गणतंत्र दिवस पर |
- गणतंत्र दिवस परेड मैं कोई मुख्य अतिथि नहीं |
- 55 वर्ष बाद बिना मुख्यातिथि के गणतंत्र दिवस की परेड |
- कोरोना के चलते परेड का रास्ता छोटा
- लालकिले तक नहीं गयी परेड की झाकिया ||
- सिर्फ विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक परेड |
- मार्चिग कंटिंजेंट मैं सिर्फ 96 सैनिक शामिल होंगे ,पहले 144 सैनिक होते थे शामिल |
- कोरोना के चलते 15 साल से उम्र के बच्चों को अनुमति नहीं |
- स्कुल के बच्चों क लिए कोई आरक्षित घेरा नहीं
- कोरोना के चलते कोविद बूथ,डॉक्टर और परमेडिकल्स तैनात हुए |
- सिर्फ 25 हजार दर्शकों को परेड देखने की अनुमति मिली,पहले डेढ़ लाख तक दर्शकों को परेड देखने की अनुमति मिलती थी,जो की कोरोना के चलते कम की गयी है |
- सिर्फ 7500 लोगों को मिले परेड के टिकट |
- 300 से ज्यादा जगह पर रखे गए सैनेटाइजर |
- पहली बार राफेल की भी (शक्तिप्रदर्शन)दम दिखाया गया |
- राजपथ पर बायोटेक्नोलॉजी की झांकी