Type Here to Get Search Results !

most common questions about covid 19 vaccine in hindi

अगर दर्द की दवा से एलर्जी हो तो कोरोना टीकाकरण करवा सकते हैं जी हां कुछ ऐसे कोविद 19 वैक्सीन के बारे में सबसे आम सवाल और विशेषज्ञों के द्वारा दिए गए जवाब आपको जानना बहुत जरूरी है, तो जानते हैं कि अगर दर्द की दवा से एलर्जी हो तो covid-19 Vaccination करवा सकते हैं या नहीं-

frequently asked questions about covid-19 vaccination,what questions should be asked for covid 19,
most-common-questions-about-covid-19-vaccine

कोरोनावायरस संक्रमण(Coronavirus outbreak) के खिलाफ पूरे भारत में विश्व स्तर पर टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है, 1मई के बाद 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को कोरोना का टीकाकरण लगवाया जाएगा तो अगर आप बैठते नहीं लगवाने जा रहे हैं तो आपको इन बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है-

यहां हम एक्सपर्ट से बातचीत के आधार पर ऐसे कई सवालों का जवाब लेकर आए हैं जिनके बारे में जानना आपके लिए बेहद जरूरी है। आपके सवाल और AIIMS निर्देशक रणदीप गुलेरिया के जवाब डॉक्टर के अनुसार अगर आपको कोई बीमारी है या दवा से कोई एलर्जी है तो कोरोना वैक्सीन लगवाने से पहले डॉक्टर को अवश्य बताएं-

MUST READ:-   18 साल से ऊपर वालों को 1 मई से कोरोना की वैक्सीन लगेगी  

आपके मन मैं उठ रहे सवालों के जवाब -

अगर दर्द की दवा से या अन्य किसी कारण से एलर्जी हो तो कोरोना के का करण करवा सकते हैं?

एलर्जी कई अलग-अलग प्रकार के होती है, किसी में एलर्जी जटिल और गंभीर होती है तो किसी में कम,किसी को दवाई से एलर्जी होती है तो किसी को खाने से तो इसीलिए allergy वाले लोगों को वैक्सिंग सेंटर पर मौजूद डॉक्टर को allergy के बारे में सारी बात बतानी चाहिए ताकि वह आपको वैक्सीन लगाने से पहले सही फैसला ले सके।

वैक्सीन निर्माता ने यह भी कहा कि वैक्सीनलगाने वाले को कोविल्ड वैक्सीन प्राप्त करने से  पहले सभी चिकित्सा शर्तों के बारे में स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को भी बताना चाहिए, "यदि आपको कभी भी किसी भी दवा, भोजन, किसी वैक्सीन या किसी भी के बाद एक गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया(एनाफिलेक्सिस) हुई है डॉक्टर से जरूर विचार -विमर्श करें।  

यदि कोविशिल्ड लेने के एक सप्ताह के बाद भी एलर्जी खुजली जैसे दुष्प्रभाव जारी हैंतो आप अपने निकटवर्ती डॉक्टर से सम्पर्क कर सकते है और अगर आपको पहले से ऐसी कोई दिक्कत है तो Covishield vaccine लगाने से पहले डॉक्टर से इस बारे में जरूर बात करें ।

MUST READ:-   कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद इन बातों का रखना होगा विशेषकर ध्यान 

बुखार है तो वैक्सीन ले या नहीं?

अगर आप को बुखार है तो वैक्सिंग बिल्कुल ना लें। बुखार कम होने का इंतजार करें बुखार को चेक करें और उसके बाद ही वैक्सीन ले। जब वैक्सीनेशन के लिए जाएं तो इस बारे में डॉक्टर को अवश्य बताएं।

प्रेग्नेंट महिलाओं को कोविड-19 वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए?

जी नहीं,प्रेग्नेंट महिलाओं पर अभी कोरोना वैक्सीन का ट्रायल नहीं हुआ है इसमें अभी और समय लगेगा इसलिए उन्हें इंतजार करना पड़ेगा ।

वैक्सीन के क्या साइड इफेक्ट होते हैं?

जब वैक्सीन लगाई जाती है तो यह एक प्रकार का शरीर पर रिएक्शन होता है। इस दौरान इम्यून का रिस्पांस शुरू होता है। इस वैक्सीन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है इसी वजह से कुछ लोगों को वैक्सीन लगवाने के बाद बुखार, सिर का दर्द थकान पेट दर्द के लक्षण शरीर में दर्द, या जिस स्थान पर इंजेक्शन लगा है वहां पर दर्द होता है,फ्लू जैसे लक्षण जैसे- उच्च तापमान,गले मैं खराश,नाक बहना, खांसी और ठण्ड लगना ,।

अगर मैं कोई दवा ले रहा हूं तो क्या वैक्सीन लगा सकता हूं?

कोविक्सीन के अनुसार यदि कोई इम्यूनोसप्रेशन (immunosuppression drugs) की दवा ले रहा है तो उन्हें वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए। कई बार मरीज को यह दवा दी जाती है, चाहे ऑर्गन ट्रांसप्लांट(organ transplant patient) के मरीज हों या औटो इम्यून डिसऑर्डर(auto immune disorder patient.) के मरीज हों। 

 तो ऐसे रोगी कोविक्सीन वाली वैक्सीन नहीं लैन। इसी प्रकार यदि कोई खून पतला करने की दवा ले रहा है या किसी को ब्लीडिंग डिसऑर्डर(bleeding disorder) की समस्या है तो उन्हें भी वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए। सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि जब आप वैक्सीनेशन सेंटर पर जाते हैं तो आप वहां पर डॉ। को अपनी बीमारी के बारे में पूरा बताएं और डॉ को फैसला लेने दें। डॉ के बताए अनुसार आप अपना फैसला लें। 

किन लोगों को वैक्सीनेशन का इंतजार करना चाहिए?

जो लोग अभी 18 साल से कम उम्र वाले बच्चे हो प्रेग्नेंट महिलाएं हो ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं और एनर्जी वालों को इंतजार करना चाहिए।

कोरोना के एक्टिव मरीज वैक्सिंग ले या नहीं?

अगर कोई कोरोना का मरीज है तो ऐसी स्थिति में होने पर corona vaccine नहीं लेनी चाहिए। ऐसी स्थिति में अगर वह वैक्सीनेशन सेंटर में जाते हैं तो उनके संपर्क में आने से दूसरों को भी संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। इसीलिए अच्छा होगा कि वह ठीक हो जाए और उसके 3 हफ्ते बाद वैक्सीनेशन के लिए जाए।

वैक्सीन लगवाने के बाद शरीर पर क्या लक्षण देख सकते हैं?

कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद जिस स्थान पर वैक्सीन लगी है वहां पर मामूली दर्द होना थोड़ा हल्का बुखार होना, सिर में दर्द, थकान और बदन दर्द हो सकता है। इसके अलावा कुछ गंभीर लक्षण हो सकते हैं जैसे कि इचिंग होना, चक्कर आना, सांस में तकलीफ, का होना छाती में जकड़न का होना, ऐसे लोगों को तुरंत डॉक्टर के पास जाकर इलाज की जरूरत हो सकती है 

आमतौर पर यह लक्षण वैक्सीनेशन के आधे घंटे में आ जाते हैं इसीलिए वैक्सीनेशन करवाने के बाद वैक्सीनेशन सेंटर के नियमों का पालन करें।

वैक्सीन लगाने के बाद क्या करें?

Corona Vaccination के बाद covid guidelines वो का पालन करना जरूरी है मास्क पहने रखें, भीड़ भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें, कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें, हाथ से अनावश्यक आंखों को मुह को ना छुए। hand sanitizer का इस्तेमाल करें और और वैक्सीन की दोनों डोज अवश्य लें इसके 14 दिन बाद पर्याप्त एंटीबॉडी बनती है।

क्या भूखे पेट वैक्सिंग लेनी चाहिए या नहीं?

भूखे पेट वैक्सिंग बिल्कुल ना लगवाए इससे हाइपोग्लाइसीमिया(hypoglycemia) के लक्षण आ सकते हैं जिसके कारण शरीर में साइड इफेक्ट हो सकते हैं।

क्या वैक्सीन लगवाने के बाद शराब पी सकते हैं?

शराब शरीर के लिए हानिकारक होती है इसलिए शराब नहीं पीना चाहिए। क्योंकि सर आपसे रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो सकती है इसीलिए शराब से बचें।

गंभीर बीमारी वाले जैसे दिल या किडनी या लिवर की बीमारी वाले वैक्सीन लगवा सकते हैं?

भारत में निर्मित दोनों वैक्सिंग पूरी तरह से सुरक्षित है, और इसे किडनी और हार्ट के मरीज ले सकते हैं क्योंकि इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं है यह पूरी तरह से सुरक्षित है और सबको लेनी चाहिए। वैक्सीन लगने के बाद शरीर के अंदर एंटीबॉडी बढ़ना शुरू हो जाती है जो कि मरीजों के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए अच्छा है। 

हां वैक्सिंग लगवाने के बाद कुछ साइड इफेक्ट होते हैं जैसे बुखार, सिर दर्द, चक्कर आना इत्यादि इसीलिए आपको थोड़े समय के लिए ऑब्जरवेशन में रखा जाता है।

क्या एचआईवी से संक्रमित मरीज वैक्सीन दी जा सकती है या नहीं?

एचआईवी पीड़ित व्यक्ति के शरीर में इम्यूनिटी कमजोर होती है और एक स्वस्थ व्यक्ति की तुलना में एचआईवी पीड़ित व्यक्ति मैं रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। परंतु कोविड-19 वैक्सीनेशन से एचआईवी पीड़ित व्यक्ति के शरीर में खतरे का कोई सबूत नहीं मिला है।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.