
उन्होंने 87.58 मीटर भाला फेंक कर भारत को पहला गोल्ड मैडल जिताया। नीरज चोपड़ा की यह कामयाबी पुरे देश के लिए खास मायने रखती है। वह देश के युवाओं के लिए रोल मोडल बन गए है, ओलंपिक की उनकी यह कामयाबी देश नौजवानों को और मोटिवेशन देगी । तो आइये जानते है नीरज चोपड़ा javelin throw एथलीट्स के biography in hindi, age, wiki, family, weight height, net worth और उनके ओलंपिक के सफर के बारे में
Neeraj chopda ने 2018 में राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में भाग लेकर स्वर्ण पदक जीत कर देश का नाम बढ़ाया और साथ ही ध्वजवाहक के रूप में सेवा भी दी ।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में चोपड़ा ने अपने दूसरे प्रयास में ही 87.58 मीटर के थ्रो फेंक कर 7 अगस्त 2021 को स्वर्ण पदक जीता। नीरज चोपड़ा उन दो भारतीयों में से एक है जिन्होंने व्यक्तिगत रूप से ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता है (दूसरा अभिनव बिंद्रा है)। और साथ ही एक व्यक्तिगत स्पर्धा में सबसे कम उम्र के भारतीय ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता है ।
चोपड़ा ने 14 जून 2022 को,फिनलैंड के तुर्कू में पावो नूरमी खेलों में 89.30 मीटर भाला फेंक कर अपना कैरियर का नया रिकॉर्ड बनाया, कुछ दिन बाद ही 30 जून 2022 को स्वीडन में स्टॉकहोम डायमंड लीग 2022 में 89.94 मीटर भाला फेंक कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया ।
चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 23 जुलाई 2022 को 88.13 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक जीत कर अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए है
ये भी देखें - Priyanka Goswami biography in Hindi, wiki, age, height & more
Neeraj Chopra biography in Hindi | javelin throw एथलीट्स
पूरा विवरण (full details) |
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नाम |
नीरज चोपड़ा |
उपनाम |
निज्जू |
जन्म तिथि |
24 दिसंबर 1997 |
उम्र 2023 में |
25 साल |
जन्म स्थान |
खंडरा गाँव, पानीपत,
हरियाणा |
पिता का नाम |
सतीश कुमार |
माँ का नाम मातृ भाषा
|
सरोज देवी हरयाणवी (हिंदी ) |
भाई का नाम |
जानकारी नहीं है |
वैवाहिक स्थिति |
अविवाहित |
राष्ट्रीयता |
भारतीय |
लिंग |
पुरुष |
वर्तमान शहर |
पानीपत, हरियाणा |
प्रोफेशन सेवा/शाखा सेवा संख्या यूनिट |
भारतीय एथलीट जेवलिन थ्रो, भारतीय
सेना में जूनियर कमीशंड अधिकारी JC-471869A राजपूताना राइफल |
खेल / अनुशासन भाला का वजन? |
भाला फेंक 800gm |
उपलब्धियों पुरस्कार |
1-2016 एशियाई जूनियर चैंपियनशिप- रजत पदक विजेता 2-2016 IAAF वर्ल्ड U20 चैंपियन - गोल्ड मेडलिस्ट 3-2016 दक्षिण एशियाई खेल-चैंपियन - स्वर्ण पदक विजेता 4-2017 एशियाई चैंपियनशिप - स्वर्ण पदक विजेता 5-2018 राष्ट्रमंडल खेल - स्वर्ण पदक विजेता 6- एशियाई खेल - स्वर्ण पदक विजेता 7-2022 विश्व चैंपियनशिप रजत पदक 8-टोक्यो ओलंपिक खेल - स्वर्ण पदक विजेता परम विशिष्ट सेवा मेडल विशिष्ट सेवा पदक पदम श्री |
व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ | 89.94 m |
पहला ओलंपिक खेल |
टोक्यो ओलंपिक, 2021 |
गृहनगर |
पानीपत, हरियाणा |
कॉलेज/यूनिवर्सिटी |
डी ए वी कॉलेज चंडीगढ़ कुरुक्षेत्र
यूनिवर्सिटी,हरियाणा |
शिक्षायोग्यता |
आर्ट्स ग्रेजुएट |
धर्म |
हिन्दू |
राशि |
मकर राशि |
मातृ भाषा |
हिंदी |
कुल सम्पति |
Rs. 34-35 crores |
Physical Stats |
|
ऊंचाई सेंटीमीटर मैं |
6',
182 cm |
वजन |
लगभग 86 kg |
आई कलर |
काला |
हेयर कलर |
काला |
स्किन कलर |
भारतीय गोरा रंग |
Neeraj Chopra biography in Hindi-प्रारंभिक जीवन (early life )
नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसंबर 1997 को हरियाणा राज्य के पानीपत जिले के खंडरा गाँव ( Khandra village) में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम सतीश कुमार है जो पेशे से किसान है और इनकी माता जी का नाम श्रीमती सरोज देवी है और वह हाउसवाइफ है।
नीरज चोपड़ा घर में पांच भाई-बहन है और वे उनमें सबसे बड़े है। नीरज की शुरुआती शिक्षा पानीपत में हुई, उसके बाद डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ से हुई है. अभी वह वर्तमान में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से कला स्नातक की पढ़ाई पूरी की है।
नीरज बचपन में बहुत मोठे थे (लगभग 80 kg वजन) घर वालों ने उन्हें खेलने की नसीहत दी जिससे उनका वजन कुछ कम हो जाये, वह अपने दोस्तों के साथ पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में खेलने जाया करते थे। वहां स्टेडियम में कुछ लड़के जेवलिन थ्रो (भाला फेंक) का अभ्यास किया करते थे,और नीरज उन्हें देखते ही इस खेल के प्रति आकर्षित हो गए थे।
उन्होंने 11 साल की उम्र से ही javelin throw फेंकना शुरू कर दिया था ,कहते है की उन्होंने ग्यारह साल की उम्र में पहले ही अटेम्प्ट में भाले को 25 मीटर तक फेंक दिया था। ये सब कुछ जयवीर चौधरी ( नीरज चोपड़ा के पहले javelin कोच) देख रहे थे, देखते देखते ही नीरज 40 मीटर तक भाला फेंकने लगे, जयवीर ने इन्हें जालंधर मे कुछ अनुभवी एथलीटों के साथ प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया।
नीरज की मेहनत रंग लाई और जल्दी ही जिला चैम्पियनसिप अपना पहला कांस्य पदक जीता लिया तभी से नीरज ने भाले फेंक को अपना लक्ष्य बना लिया और जी मेहनत करने लगे। आज उनके इसी जूनून ने उन्हें ओलंपिक में गोल्ड मैडल जिताया है।
नीरज को भारतीय सेना में राजपूताना राइफल्स में बतौर नायब सूबेदार के रैंक के साथ जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) के रूप में खेल कोटे के तहत सेना में शामिल किया गया है ।
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नीरज चोपड़ा करियर
नीरज ने 24 साल की उम्र में ही भारत के लिए जेवलिन थ्रो में बहुत से मैडल जीते है, जिनमे प्रमुख ओलंपिक गोल्ड मैडल मिलाकर 6 गोल्ड और 2 सिल्वर मैडल भी शामिल है।
आप को बतादें की नीरज ने अपना इंटेरनेशल कॅरियर साल 2016 में साउथ एशियाई गेम्स के साथ शुरू किया था,जहाँ इन्होने 82.23 मीटर भाला फेंक कर जेवलिन में रिकॉर्ड बनाकर गोल्ड मैडल प्राप्त किया था।
फिर एक बार 2016 में विश्व जूनियर चैंपियनशिप(World Junior Championships) पोलेंड में 86.48 मीटर भाला फेंक कर एक बार फिर से गोल्ड जीता। जिसके बाद नीरज को भारतीय सेना में जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) के रूप में नियुक्त किया गया।
नीरज ने तीसरा गोल्ड एशियाई चैंपियनशिप भुवनेश्वर में 85.23 मीटर थ्रो करके जीता था।
इसके बाद साल 2018 में इन्होने राष्ट्रमंडल खेल(Commonwealth Games) आस्ट्रेलिया में 86.47 मीटर थ्रो फेंक कर राष्ट्रमंडल खेलों में जेवलिन थ्रो में गोल्ड जितने वाले पहले भारतीय का ख़िताब अपने नाम किया।
मई 2018 दोहा डायमंड लीग में 87.43 मीटर थ्रो करके अपने ही नेशनल रिकॉर्ड को तोड़ दिया, 22 साल की उम्र में 2018 को नीरज को अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है।
साथ ही 2018 अगस्त एशियाई गेम्स में नीरज ने 88.06 मीटर अपना बेस्ट थ्रो करे एक और गोल्ड मैडल अपने नाम किया था । 2018 में ही कोहनी की चोट (elbow enjury )के कारण वे बहुत से टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सके। 2019 में कोरोना के कारण इन्हे अपनी चोट से उभरने का मौका मिला ।
साल 2021 5 मार्च इंडियन ग्रेंड ब्रिक्स में 88.06 मीटर थ्रो करके एक बार फिर अपने ही नेशनल रिकॉर्ड को फिर से तोड़ दिया। और नीरज ने टोक्यो ओलंपिक क्वालिफाइड में 86.65 मीटर भाला फेंक कर फ़ाइनल में अपनी जगह पक्की करि थी, एवं फ़ाइनल में 87.58 मीटर थ्रो करके गोल्ड अपने नाम किया।
राष्ट्रीय पुरस्कारस
अर्जुन पुरस्कार - 2018
विशिष्ट सेवा पदक (वीएसएम) – 2020 गणतंत्र दिवस सम्मान
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार - 2021 (भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान)
परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम) - 2022 गणतंत्र दिवस सम्मान
पद्म श्री (चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान) - 2022 गणतंत्र दिवस सम्मान
नीरज चोपड़ा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन साल दर साल
- 26 जुलाई 2013 पटियाला भारत 69.66 मीटर थ्रो
- 17 अगस्त 2014 पटियाला भारत 70.19 मीटर
- 31 दिसंबर 2015 पटियाला भारत 81.04 मीटर थ्रो
- 9 फरवरी 2016 दक्षिण एशियाई खेल गुवाहाटी 82.23 मीटर की थ्रो
- 2017 एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 85.23 मीटर के थ्रो
- 23 जुलाई 2016 ब्यडगोस्ज़कज़, पोलैंड 86.48 मीटर
- 2 जून 2017 पटियाला, भारत 85.63 मीटर
- 2018 राष्ट्रमंडल खेल 86.47 मीटर का सीजन-सर्वश्रेष्ठ प्रयास
- मई 2018 दोहा डायमंड लीग में 87.43 मीटर के थ्रो के साथ फिर से राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा।
- 27 अगस्त 2018 जकार्ता, इंडोनेशिया 88.06 मीटर की दूरी फेंकी और अपने स्वयं के भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड को बेहतर बनाया
- जनवरी 2020 में दक्षिण अफ्रीका के पोटचेफस्ट्रूम में एथलेटिक्स सेंट्रल नॉर्थ वेस्ट लीग मीटिंग में 87.86 मीटर के विजयी थ्रो के साथ अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में वापसी की
- 28 जनवरी 2020 दक्षिण अफ्रीका 87.86 मीटर थ्रो
- 5 मार्च 2021 को, चोपड़ा ने फिर से 88.07 मीटर के थ्रो के साथ अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा, जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीसरा सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया
- चोपड़ा ने 14 जून को फ़िनलैंड के तुर्कू में पावो नूरमी खेलों में प्रतियोगिता में एक उच्च-वोल्टेज वापसी की। उन्होंने नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित करते हुए 89.30 मीटर के नए व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ के साथ रजत पदक जीता।
- 30 जून 2022 स्टॉकहोम, स्वीडन 89.94 मीटर रजत पदक जीता
- विश्व चैंपियनशिप 2022 ओरेगॉन में भाला फेंक फाइनल में अपने चौथे प्रयास में 88.13 मीटर के अपने थ्रो के साथ, नीरज चोपड़ा ने खुद को एक ऐतिहासिक रजत पदक हासिल किया
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