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Tim Minchin: बड़े सपने देखिए और छोटी चीजों को बड़े दिल से करिए

स्पीच : नाइन लेसंस ऑन लाइफ स्पीकर: टीम मिन्विन ऑस्ट्रेलियाई अभिनेता , संगीतकार , लेखक और कॉमेडियन ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया के सदस्य ।

Tim Minchin Motivational Speech: टिम मिनचिन एक ऑस्ट्रेलियाई अभिनेता, संगीतकार, लेखक और कॉमेडियन ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया के सदस्य हैं। वर्ष 2014 में Tim Minchin को यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया द्वारा ऑनरेरी डॉक्टरेट दी गई थी। जब वे अपनी उपाधि ग्रहण करने पहुंचे तो उनसे कहा गया कि दुनियाभर में यात्राएं करके और परफॉर्मेंस देकर उन्होंने जो कुछ जाना समझा है, उसे स्टूडेंट्स से शेयर करें। Tim Minchin का यह स्पीच नाइन लेसंस ऑन लाइफ (9 Life Lessons) से विश्व विख्यात है। 


Tim Minchin thughts quotes ,स्पीच : नाइन लेसंस ऑन लाइफ  स्पीकर: टीम मिन्विन ऑस्ट्रेलियाई अभिनेता , संगीतकार , लेखक और कॉमेडियन ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया के सदस्य ।


टिम ने स्पीच दी, जो कि नाइन लेसंस ऑन लाइफ के नाम से प्रसिद्ध हुई। इस स्पीच की खास बात यह थी कि यह कॉलेज स्टूडेंट्स को ध्यान में रखते हुए सरल शब्दों में कही गई थी और इसके बावजूद इसमें बड़ी गहरी बातें थीं। स्पीच से कुछ बिंदु हमारे पाठकों के लिए


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Tim Minchin Inspirational Speech


अपनी भावनाओं को विस्तार देना: अगर हम इस बात को समझ जाएं कि हम हमेशा ही अपनी तमाम सफलताओं के लिए श्रेय नहीं ले सकते तो हम पहले से अधिक विनम्र, संयत और शांत हो जाएंगे। जीवन में बहुत कुछ संयोगों पर निर्भर होता है और इसकी शुरुआत आपके जन्म से हो जाती है। 


जब आप इस बात को समझ जाते हैं तो आप दूसरों की नाकामियों के प्रति भी अधिक उदार हो जाते हैं। इससे आपके भीतर करुणा उत्पन्न होती है। एम्पैथी एक ऐसी चीज है, जो इंट्यूशन से निर्मित होती है, लेकिन आप बौद्धिक रूप से भी इसे अपने भीतर पैदा कर सकते हैं। 


विचारों की जाच-परख करते रहें: ओपिनियन आंख, नाक, कान की तरह होते हैं, वे सबके पास होते हैं। फर्क यह है कि इन चीजों के उलट आप अपने ओपिनियन की स्वयं जांच-परख कर सकते हैं। दूसरों ही नहीं, अपने विचारों के बारे में भी क्रिटिकल होकर सोचें। अपने पूर्वाग्रहों और पक्षपातों को पहचानें। बौद्धिक रूप से सुदृढ़ बनें। केवल तभी आपकी एक पुख्ता सोच बन सकती है।


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जल्दी किस बात की है: आप अपनी जिंदगी में क्या करेंगे, यह आपको आज ही जानने की जरूरत नहीं है। बहुतेरे लोग जो 20 की उम्र में अपने कॅरिअर को लेकर निश्चित हो चुके थे, वे अब मिडलाइफ क्राइसिस से गुजर रहे हैं। ज्यादा जल्दी करेंगे तो जिंदगी लम्बी लगने लगेगी। 


माइक्रो-एम्बीशियस होने का फायदा: ये सच है कि हमें बड़े सपने देखना चाहिए, लेकिन इससे भी जरूरी है कि हम माइक्रो-एम्बीशियस हों। जो काम हमारे पास है, उसे हम गर्व, रुचि और लगन से करें। आप कभी नहीं जान सकते कि कौन सी चीज आपको कहां ले जाएगी। क्या पता वह आपके सपनों से भी बड़ी हो।