Type Here to Get Search Results !

Before Marriage: शादी से पहले मन में उठे कशमकश और उनका हल

Before Marriage: कैसा होगा जीवन - साथी ? शादी हो जाएगी तो ताउम्र का यह बंधन कैसे निभेगा ? ढेर सारे सवाल और इन सवालों में छिपी कशमकश । शादी से पहले इस तनाव से निपटना जरूरी है, मगर कैसे ? शादी तय होने के बाद का तनाव दूर करने के लिए किताबें पढ़ें, गाने सुनें या फिर दोस्तों से बातें साझा करें ।


Before Marriage: शादी से पहले मन में उठे कशमकश और उनका हल


शादी से पहले मन में उठे कशमकश और उनका हल


शादी तय होने के बाद की खुशी, उसका उत्साह अपनी जगह है, लेकिन कई बार यह तनाव भी दे जाता है । ख्यालों का अंत नहीं और ऐसे - ऐसे ख्याल, जिसका न कभी कोई ओर पता चले, न छोर । मसलन, वह कैसी बातें करेगा ? मेरा ख्याल भी रखेगा या मेरी दोस्त की तरह ही मेरा पति होगा ? मुझे छोड़ेगा तो नहीं ! तमाम तरह के सवाल सोने नहीं देते । नींद उड़ जाती है और चैन भी हवा हो जाता है ।


Read Also: पति-पत्नी बिगड़ते रिश्तों को दे एक नई शुरुआत


मनोवैज्ञानिकों के पास ऐसी शिकायतें आना आम हैं । वैसे, शादियां हमारे देश में एक अनौपचारिक त्योहार से कम नहीं हैं । ये घर में रिश्तेदारों और दोस्तों को एक साथ लाती हैं । खुशियों का यह अवसर ऐसा होता है कि इसके लिए महीनों की तैयारी होती है । मगर यह भी तो एक दिन खत्म हो जाता है । 


हां, इससे पहले यानी जब तक शादी न हो जाए, यह तनाव का बोझ भी सिर पर जाता है । विशेषज्ञों के अनुसार, तनाव की खास स्थिति प्री - मेरिटल डिप्रेशन यानी विवाह पूर्व अवसाद कहलाती है । ज्यादातर लड़कियां इसे अनदेखा कर देती हैं, लेकिन देखा गया है ।कि अनदेखा करने से चीजें बिगड़ सकती हैं । बेहतर है कि आप काउंसलर से मिलकर उचित सलाह लें ।


Read Also: रिश्ते-नाते : पति-पत्नी के बीच नोकझोंक बढ़ी तकरार ना बन जाए


Before Marriage: शादी से पहले मन में उठे कशमकश और उनका हल


वैसे कुछ उपाय भी हैं, जिनकी मदद से शादी तय होने के बाद का तनाव प्रबंधन आसान हो सकता है । जैसे, आपकी चिंता बड़ी मुश्किलें न खड़ी कर दें, इसके लिए जरूरी है कि आप कुछ किताबें पढ़ें, अपना पसंदीदा गाना सुनें, खास दोस्तों से मिलकर अपनी बातें साझा करें । दोस्तों में से किसी एक का चुनाव कर सकती हैं, जिससे बात कर आपको हल्का महसूस होता हो ।


 Read Also:  after marriage life in Hindi: जब फर्क दिखे निगाहों में 


साथ ही किताबें न पढ़ सकें तो आप एक आभार जार बनाएं, कुछ सकारात्मक नोट लिखें और खुद को अच्छा महसूस कराने के लिए जार से निकालकर पढ़ें । सबसे जरूरी यह कि खुद को याद दिलाएं कि यह समय भी बीत जाएगा । यही एक सच है, जिस पर आपको भरोसा करना है, यानी यह दौर बीत जाएगा । 

याद रखें कि इन दिनों आप जो महसूस कर रही हैं, भले ही वह बेहद चिंता देने वाला हो, दुखी कर रहा हो, मगर यह भी एक दिन नहीं रहेगा । कुछ भी हमेशा के लिए नहीं रहता है और यह भी नहीं रहेगा । यह सोच आपको वर्तमान परिस्थिति से उबरने में मदद करेगा । 


आपको मदद लेने और उस चरण से बाहर निकलने के लिए तैयार रहना चाहिए, जिसमें आप फंस गई हैं । खुद को याद दिलाती रहें कि आप जो कुछ झेल रही हैं, उनसे ज्यादा मजबूत हैं । आप बेहतर तरीके से इससे निकल सकती हैं । बस एक बार पहल करके तो देखें ।


खुद को अच्छी तरह जानें खु अक्सर तनाव का कारण हम खुद होते हैं और कारक बाहरी परिस्थतियों को ठहराते हैं । एक हालिया स्टडी कॉग्निटिव एनहैंसमेंट जर्नल में छपी है । इसके अनुसार, दूसरों को बेहतर जानने के लिए आपको खुद को जानने की क्षमता और अच्छी करनी होगी । 


इसलिए कुछ पहल करें । मसलन, जो अच्छा महसूस कराए, वह करें । भावी जीवन - साथी से भी अपनी चिंता साझा कर खुद को हल्का महसूस कर सकती हैं ।


खुद को अच्छी तरह जानें 


अक्सर तनाव का कारण हम खुद होते हैं और कारक बाहरी परिस्थतियों को ठहराते हैं । एक हालिया स्टडी कॉग्निटिव एनहैंसमेंट जर्नल में छपी है । इसके अनुसार, दूसरों को बेहतर जानने के लिए आपको खुद को जानने की क्षमता और अच्छी करनी होगी । इसलिए कुछ पहल करें । मसलन, जो अच्छा महसूस कराए, वह करें । भावी जीवन - साथी से भी अपनी चिंता साझा कर खुद को हल्का महसूस कर सकती हैं ।


Must Read:


Pregnancy: गर्भवती महिला इन बातों का विशेषकर रखें ध्यान बरते सावधानियाँ

कैसे पाएं मनचाही संतान |Manchahi santan kaise paye




एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.