Type Here to Get Search Results !

ऋतु अनुसार दिनचर्या | Ritu ke anusar Dinacharya kaisi honi chahiye?

Seasonal Routine,शरद ऋतु कब से शुरू होती है?,आयुर्वेद के अनुसार दिनचर्या,

Seasonal Routine:  ऋतु + चर्या दो शब्दों से “ ऋतुचर्या " बना है । विभिन्न ऋतुओं में किए जाने वाले आहार - विहार को " ऋतुचर्या Seasonal" कहते हैं । शिशिर, बसन्त, ग्रीष्म, वर्षा, शरद और हेमन्त ये छः ऋतुएँ होती हैं । इन ऋतुओं के अनुसार योग्य आहार - विहार का सेवन करना चाहिए । 

ऋतुओं में प्राणियों का बल  


ऋतुएं

शारीरिक बल

शिशिर, हेमन्त

श्रेष्ठ बल

बसन्त, शरद

मध्यम बल

ग्रीष्म, वर्षा

अल्प बल


1. शिशिर ऋतु  (winter season) : इसका ऋतुकाल 15 जनवरी से 15 मार्च तक है ।  


  •  इस season में शीत अधिक होती है अतः तेज़ हवा से बचें तथा ऊनी वस्त्रों का प्रयोग करें । 
  • खुश्की निवारण के लिये तेल की मालिश करें ।
  • अधिक समय तक भूखें न रहें । 
  • फलों का सेवन करें । 
  • आहार में चिकने तथा गरिष्ठ पदार्थ, गाजर एवं दूध से तैयार खाद्य पदार्थों का सेवन करें । 

यह भी देखें 

2. बसन्त ऋतु (spring season) : इसका ऋतुकाल 15 मार्च से 15 मई तक है । 


  • कम मात्रा तथा कम चिकनाई वाला भोजन करें । 
  • अधिक मीठे अम्ल और लवण का प्रयोग न करें ।
  • दिन में सोना नहीं चाहिए ।  
  • मन को प्रसन्न करने वाले स्थलों का भ्रमण करें । 
  • पुराने जौं एवं गेहूँ की रोटी का सेवन करें । 
  • प्रातः भ्रमण करें ।

3. ग्रीष्म ऋतु (summer season) : - इसका ऋतुकाल 15 मई से 15 जुलाई तक है । 


  • लवण, कटु अम्ल पदार्थों का सेवन न करें ।
  • मधुर आहार, कम गर्म 
  • शीतल तथा द्रव पदार्थों का सेवन करें । अधिक व्यायाम व धूप का सेवन न करें । शीतल जल से स्नान करें एवं स्वच्छ तथा शीतल सुगंधित स्थान पर स्नान करें । मद्यपान (drinking) न करें । 

4. वर्षा ऋतु (Rainy Season): इसका ऋतुकाल 15 जुलाई से 15 सितम्बर तक है । 


  • कीचड़ में या गीली धरती नंगे पाँव न चलें ।
  • दिन में न सोयें । 
  • अधिक परिश्रम न करें । 
  • वमन तथा विरेचन द्वारा शरीर का शोधन करें ।
  • पुराने जौ , गेहूँ , उबले मूँग का रस प्रयोग करें । पानी उबाल कर पीएं । 
  • हल्के स्वच्छ एवं शुष्क वस्त्र धारण करें । 

5. शरद ऋतुAutumn : - इसका ऋतुकाल 15 सितम्बर से 15 नवम्बर तक है । 


  • लघु भोजन, मूँग, आँवला, परवल तथा मधु का सेवन करें । 
  • दही, सेवन न करें । 
  • अधिक समय तक भूखे न रहें । हल्का व्यायाम करें ।

6. हेमन्त ऋतु (Pre-Winter season): - इसका ऋतुकाल 15 नवम्बर से 15 जनवरी तक है । 


  • वात - नाशक तेल से मालिश करें । 
  • सिर पर तेल की मालिश करें । 
  • गेहूँ, उड़द तथा ईख एवं दूध के उत्तम पदार्थों, दही - रबड़ी का सेवन करें । उष्ण तथा हल्के वस्त्र, कम्बल आदि का प्रयोग करें । 
  • प्रातः काल थोड़े समय तक धूप का सेवन करें । 
  • जूता मोजा पहने रहें । 
  • उष्ण जल से स्नान करें । इन साधनों के अपनाने पर सामान्यतः स्वस्थ रहा जा सकता है ।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.