भगवान शिव और गौरी नंदन रिद्धि सिद्धि के दाता हैं सभी कष्टों को हरने वाले हैं, और अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। इनकी पूजा से बुरे प्रभाव वाले ग्रहों की शांति होती है तो आइए जानते हैं गणेश चतुर्थी कब है और इनकी पूजा से किन ग्रहों की शांति होती है।-
Ganesh Chaturthi का पर्व भारतवर्ष में खासकर महाराष्ट्र और गोवा में बड़े ही धूमधाम हर्षोल्लास के साथ गणेश जी के जन्मोत्सव के रुप मैं मनाया जाता है। यह त्यौहार हर साल भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से आरंभ होकर गणेश चतुर्थी (अनंत चतुर्दशी) तक मनाया जाता है। यह त्योहार दस दिनों तक मनाया जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर में, गणेश चतुर्थी हर साल 22 अगस्त से 20 सितंबर के बीच आती है. इस साल Ganesh Chaturthi Date 2022 को 31 अगस्त को है।
गणेश पूजा से ग्रह होंगे शांत
गणेश चतुर्थी के इन 10 दिनों में भगवान गणेश की पूजा अर्चना के साथ गणेश मूर्ति को घर में स्थापित किया जाता है मान्यता है कि इनकी पूजा से परिवार में सुख शांति और समृद्धि आती है भक्तों के सारे कष्टों का निवारण होता है तथा कुंडली में स्थित सभी ग्रहों की शांति होती है।
ज्योतिषशास्त्र के मान्यताओं के अनुसार मुख्य रूप से इनकी पूजा को विधि विधान पूर्वक करने से करने से बुध और केतु ग्रह शांत होते और रोग दोष सारे दूर होते हैं।
बुध ग्रह: जोकि मिथुन और कन्या राशि के स्वामी ग्रह है, साथ ही वेदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को मान सम्मान, वाणी का कारक माना गया है. जिस व्यक्ति की कुंडली में बुध उच्चतम होता है उसकी वाणी मे ओज, जीवन में उच्च लाभ कमाता है और अगर इसकी कुंडली में यह अशुभ होता है उसे कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.बुध ग्रह के देवता भगवान गणेश होते हैं अतः भगवान गणेश की पूजा अर्चना विधि-विधान पूर्वक करने से बुध ग्रह शांत होता है और लाभ मिलता है
केतु ग्रह: भारतीय ज्योतिषी के अनुसार केतु ग्रह को छायाग्रह, और अशुभ माना जाता है. वैदिक शास्त्र में केतु को एक अलग स्थान दिया गया है। केतु ग्रह हमेशा बुरे प्रभाव का द्योतक कि नहीं होता इस ग्रह से व्यक्ति को अच्छे परिणाम भी प्राप्त होते हैं। यह अध्यात्म,ग्यान, वैराग्य, मोक्ष, तांत्रिक आदि का कारक होता है। इस ग्रह के देवता भगवान गणेश है उनकी पूजा करने से ग्रह की शांति होती है।
भगवान गणेश की पूजा करने से इन दोनों करो के अशुभ लक्षण शांत होते हैं और घर में धनधान्य की कोई कमी नहीं रहती रुके हुए सारे कार्य पूर्ण हो जाते हैं भक्तों का कल्याण होता है.
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
FAQ
Qns: 2022 की गणेश चतुर्थी कब है?
Ans: इस साल 2022 में गणेश चतुर्थी का त्यौहार 31 अगस्त 2022 को है। हिन्दू पंचांग के अनुसार गणेश चतुर्थी 30 अगस्त को दिन के 3:33 से शुरू होगा और अनंत चतुर्दशी 9 अगस्त को मूर्ति विसर्जन के साथ समाप्त होगा।
Qns: गणेश जी को हम कितने दिन तक घर में रख सकते हैं?
Ans: गणेश जी को हम 9 दिन तक घर में रख सकते हैं ,दसवें दिन विधिविधान से जल में विसर्जन किया जाता है।
Read More:
भारतीय संस्कृति मातृ देवो भवः पितृ देवो भवः | माता पिता की सेवा
भारतीय पौराणिक कथा मातृ पितृ भक्त श्रवण कुमार की कहानी एक प्रेणा स्रोत
ॐ ,ओंकार रहस्य ओ३म् सभी मन्त्रों का बीज ,राजा सेतु है
यमकेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास,कथा,विशेषता ,पौराणिक महत्व ,लोकेशन
रुद्राक्ष, रुद्राक्ष क्या है ? रुद्राक्ष की माला का क्या महत्व है ?
रुद्राक्ष का अर्थ,रुद्राक्ष धारण करते समय किन बातों का रखें ध्यान