हिन्दी के प्रमुख ' तद्धित ' प्रत्यय Hindi's Main 'Tadhit' Suffix
हिन्दी के तद्भव-शब्दों में तद्धित प्रत्यय जोड़कर संज्ञा और विशेषण शब्द बनाये जाते हैं। हिन्दी के प्रमुख तद्धित प्रत्यय निम्नलिखित हैं:
आ- इसके योग से संज्ञा से विशेषण और साधारण संज्ञा से भाववाचक संज्ञाएँ बनती हैं। जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
भूख |
भूखा |
प्यास |
प्यासा |
बोझ |
बोझा |
खटक |
खटका |
आई- इस प्रत्यय के योग से विशेषणों और संज्ञाओं से भाववाचक संज्ञाएँ बनती हैं। जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
विदा |
विदाई |
भला |
भलाई |
बुरा |
बुराई |
अच्छा |
अच्छाई |
ठाकुर |
ठकुराई |
अधम |
अधमाई |
आन- इससे भाववाचक संज्ञाएँ बनती हैं।जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
लम्बा |
लम्बान |
ऊँचा |
ऊँचान |
चौड़ा |
चौड़ान |
नीचा |
नीचान |
संज्ञा |
विशेषण |
हिन्दू |
हिन्दुआना |
राजपूत |
राजपुताना |
तेलंग |
तेलंगाना |
बघेल |
बघेलाना |
संज्ञा |
विशेषण |
कुम्भ |
कुम्भार |
सोना |
सोनार |
लोहा |
लोहार |
चर्म |
चर्मकार |
संज्ञा |
विशेषण |
दूध |
दुधार |
गाँव |
गवार |
संज्ञा |
विशेषण |
हत्या |
हत्यारा |
घास |
घसियारा |
भीख |
भिखारी |
पूजा |
पुजारी |
संज्ञा |
विशेषण |
कृपा |
कृपाल |
ससुर |
ससुराल |
दया |
दयाला |
शिव |
शिवाला |
छिन्ना |
छिनाल ( छिनार ) |
पानी |
पनाल, पनाला |
संज्ञा |
विशेषण |
नीम |
निमावट |
आम |
अमावट |
संज्ञा |
विशेषण |
मीठा |
मिठास |
खट्टा |
खटास |
नींद |
निंदास |
ऊँघ |
ऊँघास |
संज्ञा |
विशेषण |
चिकना |
चिकनाहट |
कड़आ |
कडुआहट |
गरम |
गरमाहट |
मुस्कान |
मुस्कुराहट |
संज्ञा |
विशेषण |
दुःख |
दुखिया |
आढ़त |
अढ़तिया |
बाग़ |
बगिया |
ओसोम |
ओसोमिया |
भोजपुर |
भोजपुरिया |
रस |
रसिया |
संज्ञा |
विशेषण |
खेत |
खेती |
सुस्त |
सुस्ती |
सावधान |
सावधानी |
चोर |
चोरी |
महाजन |
महाजनी |
चौकीदार |
चौकीदारी |
संज्ञा |
विशेषण |
रंग |
रँगीला |
रेत |
रेतीला |
रस |
रसीला |
पत्थर |
पथरीला |
ज़हर |
ज़हरीला |
सुर |
सुरीला |
ऊ'- इससे विशेषण शब्द बनते हैं। जैसे-
संज्ञा
विशेषण
बाज़ार
बाजारू
गवारू
गँवार
टहल
टहलू
गरज
गरजू
संज्ञा |
विशेषण |
मामा |
ममेरा |
चाचा |
चचेरा |
अन्ध |
अंधेरा |
सॉप |
सपेरा |
घना |
घनेरा |
मौसा |
मौसेरा |
एड़ी- इस प्रत्यय से कर्तृवाचक संज्ञाएँ बनती हैं। जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
भाँग |
भंगेड़ी |
गाँजा |
गॅजेड़ी |
औती- इससे भाववाचक संज्ञाएँ बनती हैं। जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
काठ |
कठौती |
मान |
मनौती |
बाप |
बपौती |
चूना |
चुनौती |
ओला- इससे लघुतावाचक शब्दों का निर्माण होता है। जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
साँप |
सँपोला |
खाट |
खटोला |
क- इसके विभिन्न प्रयोग हैं। जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
ढोल |
ढोलक |
पंच |
पंचक |
सप्त |
सप्तक |
बाल |
बालक |
ऐल- इस प्रत्यय से गुणवाचक विशेषण बनते हैं। जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
झगड़ा |
झगड़ैल |
दाँत |
दंतैल |
तोंद |
तोदैल |
रोब |
रौबेल |
त- इस प्रत्यय के योग से भाववाचक संज्ञाएँ बनती हैं। जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
संग |
संगत |
रंग |
रंगत |
चाह |
चाहत |
पंग |
पंगत |
पन- इस प्रत्यय के योग से भाववाचक संज्ञाएँ निष्पन्न होती हैं। जैसे
संज्ञा |
विशेषण |
मैला |
मैलापन |
लड़का |
लड़कपन |
बच्चा |
बचपन |
ढीला |
ढीलापन |
छोटा |
छोटापन |
ओछा |
ओछापन |
अक्खड़ |
अक्खड़पन |
बड़ा |
बड़प्पन |
पा- यह ' पन ' का ही दूसरा रूप है। जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
बहन |
बहनापा |
बूढ़ा |
बुढ़ापा |
मोटा |
मोटापा |
रॉड्र |
रँड्रापा |
हारा- इसके योग से कर्तृवाचक संज्ञाएँ बनती हैं। जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
लकड़ी |
लकड़हारा |
पानी |
पनिहारा |
घास |
घसिहारा |
स - इसके योग से भाववाचक संज्ञाएँ बनती हैं। जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
उष्मा |
उमस |
तम |
तमस |
ता- इसके योग से भाववाचक संज्ञाएँ निष्पन्न होती हैं। जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
मधुर |
मधुरता |
मित्र |
मित्रता |
कवि |
कविता |
मानव |
मानवता |
मनुज |
मनुजता |
सुन्दर |
सुन्दरता |
हरा- इसके योग से विशेषण शब्द निष्पन्न होते हैं। जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
एक |
एकहरा |
तीन |
तिहरा |
सोना |
सुनहरा |
रूप |
रूपहरा |
वाला- इसके योग से कर्त्तृवाचक संज्ञाएँ बनती हैं। जैसे-
संज्ञा |
विशेषण |
टोपी |
टोपीवाला |
धन |
धनवाला |
पानी |
पानीवाला |
रूप |
रूपवाला |
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